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देवसेना क्या है ?
देवसेना का अर्थ है एक हिंदू देवी है जो की हिन्दू देवता भगवान करीतेकया की पत्नी है। इस ब्लॉग को हम हिंग्लिश, और हिंदी भाषा में रखने का प्रयास करेंगे। इस ब्लॉग को हमने पहले ऐसे ही बना लिया था। परंतु जब इसके दूरगामी प्रभाव और प्रसार को समझा तो हमने सोचा की इस वेबसाइट पर हम अपने पाठकों के लिए बहुआयामी विषयों पर जानकारी सांझा करेंगे। जो की लोग अपने साधारण जीवन में हमेशा फेस करते हैं।
आज हमारा ब्लॉग अभी कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ है, अप सभी से निवेदन है किभुमे जितना हो सके ढेर सारा प्यार दे।


मैं कोन हूं : राकेश ठाकुर
प्रिय पाठक मेरा नाम राकेश ठाकुर है। वैसे तो मेरा जन्म बिहार के प्रसिद्ध शहर मुजफ्फरपुर में हुआ है, और मेरी पढ़ाई पूरी पश्चिम बंगाल में संपन्न हुई है। मैने अपनी डिग्री ऑटोमोबाइल इंजीनियर के रूप में सिटी टेलीग्राफ से पूरी की है, जो की ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग का एक कॉलेज है। मैं अभी पेशे से एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हूं एक बॉडी शॉप इंस्ट्रक्टर के रूप में।
मुझे अपनी कार्य से बहुत स्नेह है। आज भी अपने काम में लगा हुआ हूं। क्योंकि मेरी रुचि फोर व्हीलर कार के एक्सीडेंट रिपेयर में सुरु से रही है, तो इसमें मुझे अपने गुरुजनों और माता पार्वती एवम भगवान शिव, माता लक्ष्मी एवम प्रभु श्री हरी विष्णु भगवान और परम पिता ब्रह्मा देव बाबा जी के असीम कृपा से अपने इस काम में महारत को पाया है।
अपने गुरु जानो का नाम लिए बिना मेरा अबाउट उस असंपूर्ण रह जायेगा। इसमें सर्वप्रथम नाम आता है श्री अबू हसन जी का जिन्होंने इस बॉडीशॉप डिपार्टमेंट में मुझे वो बातें बताई जिसका उपयोग मैं अभी भी बारे अच्छे से कर पता हूं। इसमें दूसरा नाम मेरे एक और गुरु श्री किंगसुख मैती जी का आता है जिनका मोटिवेशन मेरे जीवन में प्रमुख है। इसके अतिरिक्त मैं कुछ लोगो का नाम और लेना चाहूंगा जिनमे से श्री मैथ्यू थॉमस जी, श्री जी. सतीश कुमार , श्री विनय भदौरिया जी।


कैसे मैने ब्लॉगिंग सुरु की?
मेरी ब्लॉगिंग सुरु करने का मैं सारा श्रेय श्री पवन अग्रवाल जी को ही देना चाहूंगा। इनके ही वीडियो को देख के मुझे मोटिवेशन मिला। एक दिन तो मैं परेशान ही हों गया, और सोच रहा था यार ये क्या जोश में आके ब्लॉगिंग सुरु तो कर दी , इतने सारे रुपए भी इन्वेस्ट कर दिए, पर मुझे टोबकुच समझ में ही नहीं ए रहा था। फिर मेरी पत्नी ने मुझे मोटिवेट किया जोनहोटा है जितना होता है अप कीजिए, बाकी सब भगवान जिनपर चोर दीजिए। फिर क्या मोटिवेशन की कमी थी वो मिल गई और अब जब समय मिलता है कुछ न कुछ लिखता रहता हूं।


ब्लॉगिंग का मैं उद्देश्य?
मेरे ब्लॉगिंग करने का मैं उद्देश्य है लोगों की सहायता करना, जो की मुझे बहुत अच्छा लगता है। इस ब्लॉग में मैं प्रयास कर रहा हूं की पहले जॉब की पोस्टिंग के बारे में वेब स्टोरीज पर लिखा है।
इसके साथ ही इस ब्लॉग पर मैं इन्फोर्मेशन कीवर्ड रिगार्डिंग पोस्ट डालते रहूंगा।
आपके साथ और प्यार की अपेक्षा के साथ आभार सह,
राकेश ठाकुर।